प्रदेश के आगरा में बर्फीली और उत्तर पछुवा हवा चलने से मैदानी इलाकों में 140-160 की गति से शीत लहर चलेगी। जिला प्रशासन ने 24 जनवरी तक लगातार शीत दिवस बने रहने के आसार जताए हैं। इसमें न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने के कारण ही तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रह सकता है।
हालांकि अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। आगरा में यह तापमान सामान्य से कम होकर 11 से 12 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। इसके साथ ही अगले पांच दिनों के दौरान घने कोहरा छाए रहने का भी पूर्वानुमान है।
शीतलहर का असर
फ्लू, नाक बहना, नाक बंद होना या नाक से खून आने की संभावना लगातार ठंड में रहने से हो सकती है।
कंपकंपी को नजरअंदाज न करें। यह पहला संकेत है कि शरीर से गर्मी कम हो रही है।
लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने के कारण शीत दंश हो सकता है। त्वचा पीली, कठोर और सुन्न हो जाती है। शरीर के खुले हिस्सों जैसे अंगुलियों, पैर की अंगुलियों, नाक और कान के निचले हिस्से पर काले छाले दिखाई देने लगते हैं।
कुछ स्थानों पर कृषि, फसल, पशुधन, जल आपूर्ति, परिवहन और बिजली क्षेत्र पर प्रभाव पड़ सकता है।
यह करें उपाय
लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से बचें। खासकर बच्चे एवं बुजुर्गों को ठंड से बचने की सलाह दी जाती है।
गर्म कपड़े पहनें और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
ज्यादातर घर के भीतर रहें।
गंभीर शीत दंश के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान और उपचार की आवश्यकता होती है।
इस समय आप को बहुत बच के रहना है